उत्तराखंड में बढ़ते भ्रष्टाचार और अफसरों की मनमानी को लेकर समाजसेवी भावना पांडे ने उठाये सवाल
भावना पांडे ने कहा, भाजपा की धामी सरकार पर अफसरशाही हावी है। अधिकारियों पर काबू पाने में धामी सरकार पूरी तरह से फेल साबित हो रही है। वहीं सरकार व अधिकारियों के इस टकराव के बीच प्रदेश की मासूस जनता पिस रही है।

देहरादून। उत्तराखंड की बेटी, राज्य आन्दोलनकारी एवं प्रसिद्ध समाजसेवी भावना पांडे ने प्रदेश में बढ़ते भ्रष्टाचार और अफसरों के द्वारा की जा रही मनमानी को लेकर सवाल उठाये हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री का अधिकारियों पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। अधिकारी सीएम की नहीं सुनते और अपनी मनमर्जी चलाते हैं।
राज्य आन्दोलनकारी भावना पांडे ने उत्तराखंड की धामी सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आखिर क्या वजह है जो मुख्यमंत्री का अधिकारियों पर कोई बस नहीं चलता? मुख्यमंत्री द्वारा बार-बार उच्चस्तरीय बैठक बुलाकर अधिकारियों को काम करने के सख्त निर्देश दिये जाते हैं बावजूद इसके अधिकारी काम करने को तैयार नहीं हैं। भ्रष्ट व मनमौजी अधिकारियों की मनमानी का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
भावना पांडे ने कहा, मानसून बीत जाने के बाद आज भी प्रदेश की अधिकांश सड़कें खस्ताहाल हैं, वहीं प्रदेश के आपदाग्रस्त क्षेत्रो का तो और भी बुरा हाल है। मुख्यमंत्री की बार-बार फटकार के बावजूद भी अधिकारियों के कानों पर जूं नहीं रेंगी और परिणामस्वरूप बेहद सुस्त चाल से पुर्ननिर्माण का कार्य हो रहा है। वहीं टूटी-फूटी सड़कों में बने गहरे गड्ढ़ों में गिरकर रोजाना राहगीर चोटिल हो रहे हैं किन्तु अधिकारियों को कोई फर्क नहीं पड़ता।
भावना पांडे ने कहा, भाजपा की धामी सरकार पर अफसरशाही हावी है। अधिकारियों पर काबू पाने में धामी सरकार पूरी तरह से फेल साबित हो रही है। वहीं सरकार व अधिकारियों के इस टकराव के बीच प्रदेश की मासूम जनता पिस रही है। आम जनता के कार्य समय से पूर्ण नहीं हो पा रहे हैं, लोग अपनी फरियाद लिये सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटकर थक जाते हैं किन्तु अधिकारी उनके काम नहीं करते हैं। उत्तराखंड के बेखौफ अधिकारियों को मुख्यमंत्री के आदेशों की भी कोई फिक्र नहीं है, मालूम होता है कि ये अधिकारी सीएम को भी कुछ नहीं समझते! ऐसे में इस प्रदेश का भविष्य क्या होगा खुद ही अंदाजा लगाया जा सकता है।




